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Friday, August 14, 2020

1.3 The Cop And The Anthem. Hindi translation.

*Hindi Summary*
*1.3 The Cop And The Anthem.

 hindi* *summary* 

सोपी के पास की घर नहीं था और सर्दियाँ आ रही थी. सोपी को अब चिंता हो रही थी की सर्दी में उसे कहाँ से आश्रय मिल सके. वो सोचता है की ब्लैकवेल (Blackwell) टापू जेल में सोपी को रहने को एक बेड और फ्री का खाना मिल जायेगा।

सोपी का जेल जाने का प्रयास 
प्रयास 1, महंगा रेस्तरां :
सोपी ने एक बहुत अच्छे रेस्तरां में खाने का सोचा।वो सोचा की वह वो खाना खाकर पैसा नहीं देगा जिससे की रेस्तरां वाले उसे पुलिस को सौंप देंगे। पर ऐसा न हो सका. सोपी को उसके फटे जूते और पेन्ट के कारण वेटर ने उसे बहार निकल दिया।

प्रयास 2: 
दुकान का शीशा फोड़ना
अब सोपी ने पत्थर से एक दुकान का शीशा तोड़ दिया। वो इंतज़ार कर रहा थक कब पुलिस आकर उसे पड़े. पर पुलिस उसे पकड़ने के बदले एक भागते आदमी का पीछा करने लगा.

प्रयास 3:
 सस्ते रेस्तरां में खाना
हताश सोपी अब एक सस्ते रेस्तरां में गया. वह उसे किसी ने फटे जूते और पेन्ट के कारण किसी ने नहीं टोका। उसने खाना खाया और बताया की उसके पास पैसे नहीं है. उसने ये भी बोलै की से पुलिस के हवाले कर दो. पर रेस्तरां की मालिक ने उसे धक्के देकर बाहर कर दिया।

प्रयास 4: 
एक आदमी का छाता चुराया
सोपी और निराश हुआ और एक दुकान में एक आदमी का छाता चुराने लगा, छाते के मालिक ने विरोध जताया तो सोपी ने कहा अगर  कर रहा हूँ तो पुलिस को बुला लो. छाते के मालिक को वो छाता आज ही एक रेस्तरां में मिला था. उसे लगा की सोपी ही उस छाते का मालिक है. छाते के मालिक ने वो छाता सोपी को ले जाने दिया और कुछ भी नहीं किया।

परेशान सोपी 
सोपी इतने सारी नाकाम कोशिशों से हताश हो गया था और उसे जेल एकक तारे से भी दूर नजर आ रहा था. वो वापस अपने पार्क के बेंच पर जाने लगा. रास्ते में उसे अपने बचपन का शेल्टर दिखा। वह उसने अपना काफी समय बिता था. उस समय सोपी एक साफ़ दिल का और महनतकश हुआ करता था. शेल्टर से उसके रूम का दृश्य और बजते हुए संगीत ने सोपी की अंतरात्मा को जगा दिया। और उसने फैसला किया की कल से ही वो नौकरी की तलाश करेगा और म्हणत की ज़िन्दगी जीएगा।

 
*सोपी के साथ व्यंग्य* 

तभी एक आदमी ने उसके कंधे पे हाथ रखा. सोपी ने देखा वो एक पुलिस वाला था. पुलिस ने उसे पूछ की वो वह क्या कर रहा है. सोपी ने कुछ नहीं जबाब दिया। पुलिस सोपी के बात से सहमत नहीं हुआ. अगली ही सुबह सोपी को जज ने ब्लैकवेल जेल में तीन महीने की सजा सुना दी.

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